फोन अगर पानी में भीग जाए तो क्या वॉरंटी काम करेगी? जानिए कैसे बचा सकते हैं रिपेयर का खर्च

फोन अगर पानी में भीग जाए तो क्या वॉरंटी काम करेगी? जानिए कैसे बचा सकते हैं रिपेयर का खर्च
फोन अगर पानी में भीग जाए तो क्या वॉरंटी काम करेगी? जानिए कैसे बचा सकते हैं रिपेयर का खर्च

स्मार्टफोन आज के समय में लगभग हर घर का हिस्सा बन चुके हैं। फोन खरीदते वक्त हम कैमरा क्वालिटी, बैटरी बैकअप, स्टोरेज, वाटरप्रूफ जैसे फीचर्स पर खास ध्यान देते हैं। लेकिन बहुत कम लोग इस बात पर ध्यान देते हैं कि क्या फोन की वारंटी (Smartphone Warranty) पानी से हुए नुकसान (Water Damage) को कवर करती है या नहीं। इस लेख में हम इसी विषय पर विस्तार से जानकारी दे रहे हैं कि मोबाइल की वारंटी किन स्थितियों में काम करती है और पानी से हुए नुकसान को कवर करती है या नहीं।

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साफ है कि स्मार्टफोन की वारंटी पानी से हुए नुकसान को कवर नहीं करती। चाहे फोन वाटरप्रूफ ही क्यों न हो, फिर भी यदि वह पानी में खराब हो जाए तो आपको जेब से खर्च करना पड़ेगा। यदि आप अपने फोन को हर तरह के रिस्क से बचाना चाहते हैं, तो इंश्योरेंस लेना एक बेहतर विकल्प हो सकता है। फोन की वारंटी पॉलिसी को खरीदने से पहले पढ़ना और समझना बेहद जरूरी है।

स्मार्टफोन वारंटी और पानी से हुए नुकसान का कनेक्शन

स्मार्टफोन की वारंटी पॉलिसी में अधिकतर कंपनियाँ यह साफ तौर पर उल्लेख करती हैं कि पानी या नमी से हुए नुकसान को कवर नहीं किया जाता। भले ही फोन में IP रेटिंग (Ingress Protection Rating) हो और वह वाटर रेसिस्टेंट हो, फिर भी यह गारंटी नहीं होती कि फोन पूरी तरह से वाटरप्रूफ है। कंपनियाँ अपने डिवाइसेज़ को टेस्टिंग के कुछ मानकों के आधार पर वाटररेसिस्टेंट घोषित करती हैं, लेकिन रियल लाइफ में पानी का संपर्क किसी भी रूप में फोन के लिए खतरनाक हो सकता है।

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क्या होती है IP रेटिंग?

IP रेटिंग यह बताती है कि कोई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे स्मार्टफोन डस्ट और पानी से कितनी हद तक सुरक्षित है। उदाहरण के लिए, IP67 या IP68 रेटिंग वाले फोन कुछ समय के लिए पानी में रह सकते हैं, लेकिन यह जरूरी नहीं कि ये सभी परिस्थितियों में सुरक्षित रहें। यह रेटिंग लेबोरेटरी कंडीशंस में की जाती है, जबकि असली जीवन में अलग-अलग प्रकार के पानी (जैसे खारा पानी, साबुन वाला पानी, आदि) से डिवाइस को नुकसान हो सकता है।

Apple और Samsung जैसी कंपनियों की वारंटी पॉलिसी

Apple, Samsung और अन्य प्रीमियम स्मार्टफोन ब्रांड्स भले ही अपने डिवाइसेज़ को वाटरप्रूफ बताते हैं, लेकिन उनकी वारंटी पॉलिसी में पानी से हुए नुकसान को स्पष्ट रूप से शामिल नहीं किया जाता। उदाहरण के लिए, Apple की वेबसाइट पर यह स्पष्ट किया गया है कि iPhone या MacBook की वारंटी लिक्विड डैमेज को कवर नहीं करती।

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वारंटी में क्या-क्या शामिल होता है?

सामान्यत: मोबाइल की वारंटी मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट्स को कवर करती है। इसका मतलब है कि अगर फोन की स्क्रीन, हार्डवेयर, या सॉफ्टवेयर में कोई दोष है जो ग्राहक की गलती नहीं है, तो उसे वारंटी में रिपेयर या रिप्लेस किया जा सकता है। लेकिन अगर फोन गिर जाए, टूट जाए, या पानी में गिरकर खराब हो जाए, तो वह एक्सीडेंटल डैमेज माना जाता है और वारंटी में नहीं आता।

फोन इंश्योरेंस है समाधान

यदि आप चाहते हैं कि आपके फोन में पानी से हुई खराबी भी कवर हो, तो इसके लिए आपको फोन इंश्योरेंस लेना चाहिए। मोबाइल इंश्योरेंस एक प्रकार का बीमा होता है जिसमें चोरी, क्षति, या पानी से नुकसान जैसे मामलों में बीमा कंपनी आपको क्लेम देती है। इसके लिए एक तय प्रीमियम देना होता है।

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एक्सटेंडेड वारंटी और उसकी सीमाएँ

कई कंपनियाँ एक्सटेंडेड वारंटी का विकल्प भी देती हैं, जिसमें वारंटी की अवधि को बढ़ाया जा सकता है। लेकिन ध्यान दें कि यह एक्सटेंडेड वारंटी भी आमतौर पर पानी से हुए नुकसान को कवर नहीं करती है। इसलिए, फोन खरीदते समय इसकी शर्तों को ध्यान से पढ़ना जरूरी होता है।

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