
7th Pay Commission latest news: केंद्र सरकार द्वारा मार्च 2025 में केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ता (Dearness Allowance – DA) और महंगाई राहत (Dearness Relief – DR) में 2% की वृद्धि की गई, जिससे कुल DA 55% तक पहुंच गया। यह वृद्धि पिछले छह वर्षों में सबसे कम रही और अब ऐसा संकेत मिल रहा है कि जुलाई-दिसंबर 2025 की अवधि में यह वृद्धि 2% से भी कम या शून्य हो सकती है। यह समाचार उन लाखों कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए निराशाजनक है, जो इस वर्ष के दूसरे छमाही में वेतन या पेंशन में किसी राहत की उम्मीद लगाए बैठे थे।
महंगाई भत्ता (DA) क्या होता है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?
Dearness Allowance (DA) सरकारी वेतन ढांचे का एक आवश्यक हिस्सा होता है, जो बढ़ती महंगाई की भरपाई करने के लिए केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को दिया जाता है। यह भुगतान हर छह महीने में संशोधित होता है – जनवरी से जून और जुलाई से दिसंबर तक की दो अवधियों में। DA की गणना ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स फॉर इंडस्ट्रियल वर्कर्स (AICPI-IW) के आधार पर की जाती है, जो सरकार को यह मापने में मदद करता है कि आम लोगों के जीवन-यापन की लागत कितनी बढ़ी या घटी है।
AICPI-IW डेटा के आधार पर घटती उम्मीदें
जनवरी और फरवरी 2025 के AICPI-IW डेटा से यह स्पष्ट होता है कि महंगाई में गिरावट जारी है। जनवरी में यह इंडेक्स 143.2 पर था, जबकि फरवरी में यह घटकर 142.8 पर आ गया। इसी अवधि में वार्षिक महंगाई दर 4.90% से गिरकर 2.59% हो गई। मार्च 2025 में खुदरा महंगाई दर (Consumer Price Index – CPI) घटकर 3.34% पर पहुंच गई, जो पिछले पांच वर्षों में सबसे कम आंकड़ा है।
इन आँकड़ों से यह संकेत मिलता है कि अगर AICPI-IW में अगले महीनों में कोई खास उछाल नहीं आता, तो जुलाई 2025 की DA वृद्धि 2% से भी कम या शून्य हो सकती है। यह एक प्रकार की वेतन वृद्धि में ठहराव की स्थिति होगी, जो कर्मचारियों की क्रय शक्ति और पेंशनर्स की मासिक आमदनी पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगी।
DA की गणना कैसे होती है?
7वें वेतन आयोग के अंतर्गत सितंबर 2020 से AICPI-IW की नई श्रृंखला, जिसमें 2016 को आधार वर्ष रखा गया है, का उपयोग हो रहा है। इसके आधार पर DA की गणना निम्नलिखित फॉर्मूले से होती है:
DA = [(पिछले 12 महीनों के CPI-IW औसत x 2.88) – 261.4] x 100 / 261.4
यहाँ 261.4 वह बेस इंडेक्स है जिसे 7वें वेतन आयोग ने तय किया है। यदि CPI-IW औसत में वृद्धि नहीं होती, तो DA वृद्धि नगण्य रह सकती है या फिर स्थगित भी की जा सकती है।
कर्मचारियों और पेंशनर्स पर संभावित प्रभाव
अगर जुलाई 2025 में DA वृद्धि नहीं होती है, तो इसका सीधा असर उन कर्मचारियों और पेंशनभोगियों पर पड़ेगा, जिनकी मासिक आय में DA एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। विशेष रूप से रिटायर्ड कर्मियों के लिए DA, उनकी पेंशन का एक बड़ा भाग बनाता है, और इसमें कमी उनके जीवन स्तर को प्रभावित कर सकती है। यह स्थिति और भी अधिक चिंताजनक है क्योंकि यह 7वें वेतन आयोग के कार्यकाल का अंतिम DA संशोधन होगा, जो 31 दिसंबर 2025 को समाप्त हो रहा है।