यूपी में बनने जा रहा है ‘चंडीगढ़’ जैसा शहर! जानिए कहां बनेगा और क्या होंगे फायदे

यूपी में बनने जा रहा है 'चंडीगढ़' जैसा शहर! जानिए कहां बनेगा और क्या होंगे फायदे
यूपी में बनने जा रहा है ‘चंडीगढ़’ जैसा शहर! जानिए कहां बनेगा और क्या होंगे फायदे

उत्तर प्रदेश-UP में अब एक ऐसा नया शहर बसने जा रहा है, जिसे देखकर लोगों को चंडीगढ़Chandigarh की याद आ जाएगी। इस नए शहर का विकास गाजियाबाद, हापुड़ और बुलंदशहर जिलों की सीमाओं के बीच किया जाएगा। इसे ‘हीरक नगर-Hirak Nagar’ नाम दिया गया है। यह प्रोजेक्ट यूपी सरकार की मेट्रो सिटीज़ और स्मार्ट सिटी मिशन के तहत एक बड़ा कदम माना जा रहा है। 12 हजार हेक्टेयर जमीन पर यह शहर बसाया जाएगा, जिसमें अनुमानित 14 लाख लोग बस सकेंगे।

कहां और कैसे होगा विकास

यह नया शहर हाइवे, एक्सप्रेसवे और औद्योगिक कॉरिडोर्स से जुड़ा हुआ होगा, ताकि यहां रहने वालों को आने-जाने में कोई दिक्कत न हो। गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे जैसे प्रमुख रूट इस शहर के इर्द-गिर्द होंगे। इन रास्तों के जरिए न केवल दिल्ली और एनसीआर-NCR से कनेक्टिविटी आसान होगी, बल्कि यह नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे के भी करीब रहेगा।

‘हीरक नगर’ को क्यों कहा जा रहा है चंडीगढ़ जैसा

हीरक नगर की प्लानिंग इस तरह की गई है कि वह पूरी तरह से एक वेल-प्लांड और हरित शहर-Green City के रूप में विकसित हो। इसके लिए चंडीगढ़ की तर्ज पर सेक्टर वाइज रेजिडेंशियल, कमर्शियल और इंडस्ट्रियल जोन बनाए जाएंगे। सड़कों की चौड़ाई से लेकर सार्वजनिक सुविधाएं और ओपन ग्रीन स्पेस तक, सब कुछ आधुनिक मानकों के अनुरूप होगा।

कितनी होगी लागत और क्या होगा मकानों का रेट

हीरक नगर के प्लॉट और मकानों की कीमत को लेकर जो जानकारी सामने आई है, उसके अनुसार शुरुआती तौर पर यहां एक घर की अनुमानित कीमत करीब ₹14 लाख रखी जाएगी। यह कीमत मिडिल क्लास और लोअर मिडिल क्लास परिवारों के बजट में फिट बैठती है। साथ ही यहां पर EWS (Economically Weaker Section) के लिए भी अलग से आवासीय सुविधा तैयार की जाएगी, जिससे हर वर्ग को इस नए शहर में जगह मिल सके।

क्या होंगे खास आकर्षण

हीरक नगर सिर्फ एक रिहायशी क्षेत्र नहीं होगा, बल्कि इसे एक फुली-फंक्शनल स्मार्ट सिटी-Smart City के रूप में बसाया जाएगा। यहां रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy पर फोकस किया जाएगा, ताकि शहर का कार्बन फुटप्रिंट न्यूनतम रहे। इसके अलावा शहर में मेट्रो कनेक्टिविटी, स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट, वाईफाई जोन, डिजिटल गवर्नेंस, और AI आधारित सुरक्षा तंत्र जैसे अत्याधुनिक फीचर शामिल होंगे।

9 जिलों को मिलेगा सीधा लाभ

इस प्रोजेक्ट से हापुड़, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मेरठ, अलीगढ़, संभल, अमरोहा, मुरादाबाद और बागपत जैसे कुल 9 जिलों को सीधा फायदा मिलेगा। इन जिलों में रियल एस्टेट से लेकर रोजगार तक कई सेक्टर में तेज़ी आएगी। एक्सप्रेसवे के जरिए इन इलाकों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी, जिससे निवेशक और कारोबारी यहां आने के लिए प्रोत्साहित होंगे।

रोजगार और व्यापार के अवसर

हीरक नगर के विकसित होने से आसपास के इलाकों में MSME सेक्टर, स्टार्टअप, निर्माण और सेवा उद्योग को बड़ा फायदा होगा। शहर के निर्माण से लेकर उसके संचालन तक हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। साथ ही इस नए शहर को एक टेक्नोलॉजी और इनोवेशन हब के रूप में भी विकसित करने की योजना है, ताकि आईटी और डिजिटल इंडिया मिशन से जुड़े व्यवसायों को बढ़ावा मिल सके।

पर्यावरण और स्थायित्व का विशेष ध्यान

यूपी सरकार ने इस प्रोजेक्ट को विकसित करते समय पर्यावरणीय प्रभावों का भी विशेष ध्यान रखा है। हर सेक्टर में कम से कम 30% ग्रीन स्पेस और वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था होगी। शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन और सोलर एनर्जी से चलने वाली स्ट्रीट लाइट्स की योजना है। यह प्रोजेक्ट देश में ग्रीन अर्बन डेवलपमेंट का एक आदर्श उदाहरण बन सकता है।

2030 तक पूरी तरह विकसित होने की उम्मीद

यूपी सरकार और संबंधित विकास प्राधिकरणों का लक्ष्य है कि 2030 तक इस नए शहर का पहला चरण पूरी तरह से तैयार हो जाए। इसमें रेजिडेंशियल जोन, प्राथमिक स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र, ट्रांसपोर्ट हब और बाजार जैसे मूलभूत ढांचे पूरे कर लिए जाएंगे। इसके बाद अगले 5 वर्षों में इसे और विस्तार दिया जाएगा।

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