
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य के अनुसूचित जाति (SC) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के विद्यार्थियों के लिए एक बड़ी राहत की घोषणा की है। इस नई पहल के तहत, इन वर्गों के छात्रों को अब 100% स्कॉलरशिप मिलेगी। इस निर्णय से न केवल आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा की ओर प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि यह सामाजिक समानता और शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन लाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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हरियाणा सरकार द्वारा SC और OBC छात्रों को दी जाने वाली 100% स्कॉलरशिप योजना एक क्रांतिकारी कदम है, जो राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में नई दिशा तय करेगा। इस योजना से हजारों छात्र लाभान्वित होंगे और उनके उज्जवल भविष्य का रास्ता खुलेगा। शिक्षा का यह अधिकार अब हर विद्यार्थी तक पहुंचे, यही सरकार का लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री ने की स्कॉलरशिप स्कीम में बड़े बदलाव की घोषणा
मुख्यमंत्री खट्टर ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह स्पष्ट किया कि राज्य सरकार अब SC और OBC छात्रों की शिक्षा में किसी भी प्रकार की वित्तीय बाधा नहीं आने देगी। इस उद्देश्य से ‘100% ट्यूशन फीस माफ’ की स्कीम को लागू किया गया है, जिससे इन छात्रों को निजी और सरकारी संस्थानों में पढ़ाई के दौरान कोई आर्थिक दबाव नहीं झेलना पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि यह स्कॉलरशिप योजना कॉलेज और यूनिवर्सिटी स्तर पर पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के लिए लागू होगी। इसमें टेक्निकल, प्रोफेशनल और सामान्य डिग्री कोर्स सभी शामिल होंगे।
किन छात्रों को मिलेगा लाभ?
इस योजना का लाभ हरियाणा के स्थायी निवासी छात्रों को मिलेगा, जो SC या OBC श्रेणी में आते हैं। इसके लिए परिवार की वार्षिक आय एक निश्चित सीमा के भीतर होनी चाहिए, जिसकी जानकारी सरकार द्वारा अलग से जारी की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि यह स्कीम खासकर उन विद्यार्थियों के लिए है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं लेकिन पढ़ाई में आगे बढ़ना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की यह कोशिश है कि हर बच्चा, चाहे वह किसी भी वर्ग से आता हो, शिक्षा से वंचित न रह जाए।
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आवेदन प्रक्रिया होगी आसान और ऑनलाइन
सरकार ने इस स्कीम के आवेदन को पूरी तरह ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है। इसके लिए एक पोर्टल तैयार किया जा रहा है, जिसमें छात्र अपने दस्तावेज़ अपलोड कर आवेदन कर सकेंगे। पारदर्शिता और सुविधा को ध्यान में रखते हुए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि छात्रों को समय पर स्कॉलरशिप की राशि मिले और किसी भी तरह की दिक्कत न हो।
उच्च शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा
राज्य सरकार का मानना है कि यह योजना Higher Education में छात्रों की भागीदारी को बढ़ाएगी। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थी, जो आर्थिक तंगी की वजह से कॉलेज तक नहीं पहुंच पाते, अब बिना किसी शुल्क के अपनी पढ़ाई जारी रख सकेंगे।
इसके साथ ही सरकार ने यह भी संकेत दिया है कि भविष्य में इस योजना को और अधिक वर्गों तक विस्तार दिया जा सकता है, ताकि अधिक से अधिक छात्र इसका लाभ उठा सकें।
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सरकार का लक्ष्य – शिक्षा में समानता और अवसर
हरियाणा सरकार की इस पहल को सामाजिक न्याय और शिक्षा के समान अवसरों की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है। सरकार का उद्देश्य है कि Renewable Energy, Health, Agriculture और IT जैसे क्षेत्रों में भी SC और OBC वर्ग के छात्र आगे आएं और राज्य की तरक्की में भागीदार बनें।
यह स्कीम न केवल शिक्षा को बढ़ावा देगी, बल्कि छात्रों में आत्मविश्वास, रोजगार के अवसर और सामाजिक समरसता को भी सशक्त बनाएगी।
राज्य के शिक्षा ढांचे में होगा सुधार
इस स्कीम के ज़रिए हरियाणा सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह शिक्षा को प्राथमिकता दे रही है। राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता, स्कूल-विश्वविद्यालय की व्यवस्था और छात्रों की सहायता योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सरकार का मानना है कि शिक्षा ही वह माध्यम है जो किसी भी समाज को विकास की दिशा में आगे बढ़ा सकता है।