
WhatsApp हैक और यूजर्स की पर्सनल चैट्स लीक होने की घटनाएं इन दिनों तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में यूजर्स के लिए जरूरी हो गया है कि वे अपनी चैट्स को सुरक्षित रखने के लिए कुछ जरूरी सेटिंग्स का इस्तेमाल करें। WhatsApp, जो दुनियाभर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप है, पर डेटा लीक और साइबर हमलों की आशंका बनी रहती है। लेकिन एक आसान सी सुरक्षा सेटिंग को ऑन करके इस खतरे से काफी हद तक बचा जा सकता है।
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WhatsApp चैट्स की सुरक्षा अब आपके हाथ में है। टू-स्टेप वेरिफिकेशन जैसा फीचर न सिर्फ आपके अकाउंट को हैकिंग से बचाता है, बल्कि आपकी निजी जानकारियों की रक्षा भी करता है। कंपनी भी समय-समय पर यूजर्स को सतर्क करती रही है, लेकिन जागरूकता और सही सेटिंग्स का उपयोग करके ही हम खुद को इन खतरों से बचा सकते हैं।
अगर आप नहीं चाहते कि आपकी WhatsApp चैट्स किसी गलत हाथ में जाएं या कोई आपकी पर्सनल जानकारी को एक्सेस करे, तो टू-स्टेप वेरिफिकेशन (Two-Step Verification) फीचर को तुरंत एक्टिवेट करना चाहिए।
टू-स्टेप वेरिफिकेशन क्या है और ये क्यों जरूरी है?
टू-स्टेप वेरिफिकेशन WhatsApp का एक ऐसा सिक्योरिटी फीचर है, जो आपके अकाउंट को एक्स्ट्रा सुरक्षा देता है। इस फीचर को ऑन करने के बाद अगर कोई आपका मोबाइल नंबर किसी और डिवाइस पर रजिस्टर करता है, तो उसे 6 अंकों का एक पिन डालना होगा, जिसे सिर्फ आप जानते हैं।
इस पिन के बिना कोई भी व्यक्ति आपके WhatsApp को एक्सेस नहीं कर सकता। यहां तक कि अगर हैकर को आपका सिम कार्ड या OTP मिल भी जाए, तो भी वह अकाउंट को एक्सेस नहीं कर पाएगा।
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कैसे ऑन करें टू-स्टेप वेरिफिकेशन?
टू-स्टेप वेरिफिकेशन को ऑन करना बेहद आसान है और इसे कुछ ही मिनटों में एक्टिवेट किया जा सकता है। इसके लिए नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करें:
WhatsApp खोलें > सेटिंग्स (Settings) में जाएं > अकाउंट (Account) ऑप्शन पर क्लिक करें > टू-स्टेप वेरिफिकेशन (Two-Step Verification) सिलेक्ट करें > Enable पर टैप करें > अब 6 अंकों का एक पिन सेट करें > एक वैध ईमेल एड्रेस जोड़ें, ताकि भविष्य में पासकोड भूलने की स्थिति में आप उसे रिकवर कर सकें।
टू-स्टेप वेरिफिकेशन से क्या-क्या फायदे हैं?
इस फीचर के कई फायदे हैं जो आपकी प्राइवेसी और डेटा की सुरक्षा के लिहाज से जरूरी हैं:
- कोई भी दूसरा व्यक्ति आपका WhatsApp रजिस्टर नहीं कर पाएगा।
- हैकिंग की संभावनाएं काफी कम हो जाती हैं।
- आपकी चैट्स, डॉक्यूमेंट्स और मीडिया सुरक्षित रहते हैं।
- साइबर फ्रॉड और फिशिंग अटैक से बचाव होता है।
- पासवर्ड भूल जाने की स्थिति में ईमेल से आसानी से रीसेट किया जा सकता है।
WhatsApp पर डेटा लीक को लेकर कंपनी की चेतावनी
हाल ही में WhatsApp ने खुद एक चेतावनी जारी की है, जिसमें यूजर्स को सतर्क रहने को कहा गया है। कंपनी के मुताबिक, फर्जी कॉल्स, फिशिंग मैसेजेस और लिंक के जरिए यूजर्स को निशाना बनाया जा सकता है।
कई मामलों में देखा गया है कि साइबर अपराधी WhatsApp की कमजोरियों का फायदा उठाकर यूजर्स की निजी चैट्स और फोटोज तक पहुंच जाते हैं। इसलिए कंपनी की सिफारिश है कि सभी यूजर्स टू-स्टेप वेरिफिकेशन को एक्टिव करें और अनजान नंबरों या संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
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Truecaller से भी मिलेगी सुरक्षा
अगर आप WhatsApp पर अनजान नंबरों से आने वाली कॉल्स या मैसेज से परेशान रहते हैं, तो Truecaller ऐप का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसका नया फीचर आपको WhatsApp पर आने वाले अनजान नंबरों के नाम भी बता देता है। इससे आपको यह जानने में मदद मिलती है कि कॉल या मैसेज किससे आ रहा है।
प्राइवेसी सेटिंग्स को भी अपडेट करें
टू-स्टेप वेरिफिकेशन के साथ-साथ यूजर्स को अपनी प्राइवेसी सेटिंग्स भी समय-समय पर अपडेट करते रहना चाहिए। WhatsApp की सेटिंग्स में जाकर आप यह तय कर सकते हैं कि आपकी प्रोफाइल फोटो, लास्ट सीन, अबाउट, स्टेटस और लोकेशन किसे दिखाई दे।
इसके अलावा, ग्रुप्स में जोड़े जाने की अनुमति को भी कंट्रोल किया जा सकता है ताकि अनजान लोग आपको बिना आपकी अनुमति के किसी ग्रुप में न जोड़ सकें।
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साइबर सेफ्टी के लिए जागरूकता जरूरी
टेक्नोलॉजी के इस दौर में जहां डिजिटल कम्युनिकेशन का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है, वहीं साइबर अपराध भी बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम खुद अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें। WhatsApp की सेटिंग्स और सिक्योरिटी फीचर्स का सही इस्तेमाल करके हम अपने डेटा को सुरक्षित रख सकते हैं।